जन गण मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य विधाता।
पंजाब, सिंधु, गुजरात, मराठा
द्राविड़ उत्कल, बंग।
विंध्य, हिमाचल, यमुना, गंगा
उच्छलजलधि तरंग।
तव शुभ नामे जागे
तव शुभ आशिष माँगे।
गाहे तव जय गाथा।
जन गण मंगल दायक जय हे
भारत भाग्य विधाता।
जय हे! जय हे! जय हे!
जय जय जय जय हे।।
वन्देमातरम्
सुजलांसुफलांमलयजशीतलाम्
शस्यशामलांमातरम् ।
शुभ्रज्योत्स्नापुलकितयामिनीं
फुल्लकुसुमितद्रुमदलशोभिनीं
सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीं
सुखदांवरदांमातरम् ।। १ ।। वन्देमातरम् ।
कोटि-कोटि-कण्ठ-कल-कल-निनाद-कराले,
कोटि-कोटि-भुजैर्धृत-खरकरवाले,
अबला केनमाएत बले ।
बहुबलधारिणींनमामितारिणीं
रिपुदलवारिणींमातरम् ।। २ ।। वन्देमातरम् ।
तुमि विद्या, तुमि धर्म
तुमिहृदि, तुमि मर्म
त्वंहिप्राणा: शरीरे
बाहुतेतुमिमा शक्ति,
हृदयेतुमिमा भक्ति,
तोमारई प्रतिमा गडिमन्दिरे-मन्दिरे
मातरम् ।। ३ ।। वन्देमातरम् ।
त्वंहि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी
कमला कमलदलविहारिणी
वाणी विद्यादायिनी, नमामित्वाम्
नमामिकमलांअमलांअतुलांसुजलांसुफलांमातरम् ।। ४ ।। वन्देमातरम् ।
श्यामलांसरलांसुस्मितांभूषितां
धरणींभरणींमातरम् ।। ५ ।। वन्देमातरम् ।
India is my country and
all Indians are
my brothers and sister. I love my country
and I am proud of its rich
and varied heritage
I shall always strive to be worthy of it.
I shall give my parents, teachers
and all elders respect
and treat everyone with courtesy.
To my country and my people
I pledge my devotion
In their well-being and prosperity alone
Lies my happiness.
Dear God. We Thank You For The Night And For The Pleasant Day. For Rest Food And Loving Care. Help
Us To Be Kind And Do Our Work Well. Bless My Father, Mother, Teachers, Brother, Sister And
My School And Make Me A Good Child.
इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना हम चलें नेक रस्तेपे हमसे, भूल कर भी कोई भूल हो ना।।
दूर अज्ञान के हो अँधेरे, तू हमें ज्ञान की रोशनी दे। हर बुराई से बचते रहें हम, जितनी भी दे भली जिन्दगी दे।।
बैर हो ना किसी का किसी से, भावना मन में बदले की हो ना।
हम चलें
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हम ना सोचें हमें क्या मिला है, हम ये सोचें किया क्या अर्पण।। फूल खुशियों के बाँटे सभी को,
सबका जीवन बन जायमधुबन अपनी करुणा का तूँ जल बहा के, कर दे पावन हर एक मन का कोना।|
हम चलें
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हे शारदे मां हे शारदे मां अज्ञानता से हमें तार दे माँ तू स्वर की देवी है संगीत तुझसे हर शब्द तेरा है हर गीत
तुझसे हम है अकेले हम है अधूरे तेरी शरण हम, हमें प्यार दे माँ मुनियों ने समझी है गुनियो ने जानी वेदों
की भाषा पुराणों की वाणी हम भी तो समझे हम भी तो जाने विद्या का हमको भी अधिकार दे माँ।
तू श्वेत वर्णी कमल पे विराजे हाथों में वीणा मुकुट सर पेसाजे मन से हमारे मिटा कर अँधेरे हमको
उजालों का संसार दे माँ। हे शारदे मां हे शारदे मां
ऊँभुर्भुवःस्वःतत्सवितुर्वरेण्यंभर्गोदेवस्यधीमहिधियोयोनःप्रचोदयात्।
गुरुब्र्रह्मागुरूर्विष्णुःगुरूर्देवोमहेश्वरः।।
गुरूरेवपरंह्मतस्मै श्री गुरवेनमः।।।
त्वमेव माता च पिता त्वमेव। त्वमेवबन्धुश्च सखा त्वमेव।।।
त्वमेव विद्या द्रविणंत्वमेव। त्वमेवसर्वंमम देव देव।।।
असतोमासद्गमय। तमसोमाज्योतिर्गमय।।।
मृत्योर्माअमृतंगमय।।
ऊँ सह नानवतु सह भुनक्तु। सह वीर्य करवाव है ।
तेजस्विनावधीतमस्तु। माविद्धिषाव है।।।
ऊँ शान्तिः शान्तिःशान्तिः।